21 Mar 2025
aajtak.in
चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को शीतला सप्तमी के रूप में मनाते हैं. होली के ठीक 7 दिन बाद शीतला सप्तमी यानी बासोड़ा आता है.
इस दिन शीतला मां की विशेष पूजा की जाती है. माता को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है.
सनातन धर्म में बासोड़ा का विशेष महत्व है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन शीतला माता का पूजन करने से व्यक्ति पूरे साल आरोग्य रहता है.
इस बार शीतला सप्तमी 21 मार्च यानी आज मनाया जा रहा है. चलिए जानते हैं कि इस दिन किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
शीतला सप्तमी के दिन मां शीतला को बासी भोजन का ही भोग लगाना चाहिए. इस दिन चूल्हा न जलाएं.
शीतला सप्तमी एक पहले ही प्रसाद भोज तैयार कर लें. उसी दिन ताजा भोजन तैयार न करें.
शीतला सप्तमी के दिन घर की सफाई करना अशुभ माना जाता है जैसे झाड़ू और पोछा.
शीतला सप्तमी के पूजन में सिर्फ हल्के रंग के वस्त्र ही धारण करने चाहिए. भूल से भी इस दिन काले रंग के वस्त्र धारण न करें.
शीतला सप्तमी के दिन मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. बल्कि, इस दिन सिर्फ बासी भोजन का ही सेवन करें.