शीतला अष्टमी कल, भूलकर न करें ये गलतियां, माता शीतला हो जाएंगी नाराज

चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतलाष्टमी के रूप में मनाते हैं. होली के ठीक 8 दिन बाद शीलता अष्टमी यानी बासोड़ा आता है. 

इस दिन शीतला मां की विशेष पूजा की जाती है. माता को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है. 

सनातन धर्म में बासोड़ा का विशेष महत्व है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन शीतला माता का पूजन करने से व्यक्ति पूरे साल आरोग्य रहता है. 

इस बार शीतलाष्टमी 2 अप्रैल यानी कल मनाया जाएगा. यह पर्व चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि पर रहता है. चलिए जानते हैं कि इस दिन किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए. 

शीतला अष्टमी के दिन मां शीतला को बासी भोजन का ही भोग लगाना चाहिए. इस दिन चूल्हा न जलाएं. 

शीतला अष्टमी एक पहले ही प्रसाद भोज तैयार कर लें. उसी दिन ताजा भोजन तैयार न करें. 

शीतला अष्टमी के दिन घर की सफाई करना अशुभ माना जाता है जैसे झाड़ू और पोछा.

शीतला अष्टमी के पूजन में सिर्फ हल्के रंग के वस्त्र ही धारण करने चाहिए. भूल से भी इस दिन काले रंग के वस्त्र धारण न करें. 

शीतला अष्टमी के दिन मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. बल्कि, इस दिन सिर्फ बासी भोजन का ही सेवन करें.