6 OCT 2024
aajtak.in
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर, बुधवार से हो चुकी है और इन शुभ दिनों का समापन 13 अक्टूबर, दशहरा पर होगा.
नवरात्रि के दो दिन सबसे महत्वपूर्ण होते हैं जिसमें अष्टमी तिथि और नवमी तिथि.
नवरात्रि की अष्टमी के दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप का पूजन किया जाता है. इस दिन माता महागौरी स्वरूप की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाओं पूर्ण होती है.
वहीं, अष्टमी तिथि के दिन कन्या पूजन करना भी बहुत ही शुभ माना जाता है उससे मां दुर्गा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है.
इस बार अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को दोपहर 12:31 मिनट पर शुरू हो जाएगी और तिथि का समापन 11 अक्टूबर को दोपहर 12:06 मिनट पर हो जाएगा. इस बीच कन्या पूजन किया जा सकता है.
इस बार अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को दोपहर 12:31 मिनट पर शुरू हो जाएगी और तिथि का समापन 11 अक्टूबर को दोपहर 12:06 मिनट पर हो जाएगा. इस बीच कन्या पूजन किया जा सकता है.
इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त में भी कन्या पूजन किया जा सकता है. जिसका मुहूर्त सुबह 11:44 मिनट से लेकर दोपहर 12:31 मिनट तक रहेगा
कन्या पूजन में 2 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की कन्याओं का पूजन करना चाहिए. साथ ही कन्याओं की संख्या कम से कम 9 हो.
महाअष्टमी के दिन कन्याओं को अपने घर में आमंत्रित कीजिए. उनके आने के बाद सबसे पहले उनके पैर धोएं और फिर आसन पर बिठाएं.
फिर कन्या की पूजा करें और उन्हें तिलक लगाएं, अक्षत अर्पित करें. फिर, भोजन कराएं.
अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा को लाल रंग की चुनरी में सिक्के और बताशे रखकर चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से मां दुर्गा आपकी सभी इच्छाएं पूरी करेंगी.