नवरात्रि की महाअष्टमी पर कल इस अशुभ योग में न करें कन्या पूजन, ये है पूजन विधि

10 OCT 2024

aajtak.in

नवरात्रि का सबसे खास दिन महाअष्टमी का माना जाता है. जिस दिन माता महागौरी की उपासना की जाती है. 

इस बार शारदीय नवरात्रि की महाअष्टमी 11 अक्टूबर यानी कल है. महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन से नवरात्रि के व्रत का पारण किया जाता है. 

वैसे तो, नवरात्रि की अष्टमी पर रवि योग, सर्वार्थसिद्धि योग का संयोग बन रहा है. जिसमें मां दुर्गा की पूजा और कन्या पूजन करना शुभ माना जा रहा है.

लेकिन, अष्टमी के दिन राहुकाल भी लग रहा है. दरअसल, महाअष्टमी के दिन राहु काल सुबह 10:41 मिनट से लेकर दोपहर 12:08 मिनट तक रहेगा. जिसमें कन्या पूजन करना अशुभ माना जाता है. 

जिसके चलते महाअष्टमी पर कन्या पूजन या तो राहुकाल शुरू होने से पहले करें या राहु काल समाप्त होने के बाद करें. साथ ही जानते हैं कि इस दिन कन्या पूजन का क्या मुहूर्त रहेगा.

नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद माता के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा का संकल्प लें. उसके बाद साफ कपड़े धारण करें. 

महाअष्टमी पूजन विधि

फिर, देवी की पूजा में चंदन, रोली, मौली, कुमकुम, अक्षत, मोगरे का फूल, अवश्य अर्पित करें और देवी के मंत्रों का जाप करें. पूजा में नारियल का भोग लगाएं.

उसके बाद दुर्गा सप्तशती, दुर्गा चालीसा का पाठ करें और अंत में आरती करें. फिर, कन्या पूजन करें और संधि काल में माता का पूजन करें.