15 Oct 2024
AajTak.In
इस साल शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर को मनाई जाएगी. ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की दिव्य रात मां लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करने निकलती हैं.
मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर में वास करती हैं और उन्हें धनधान्य का वरदान देती हैं. ऐसे लोगों के घर से गरीबी कोसों दूर रहती है.
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क्या आप जानते हैं कि शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी किस वक्त आपके घर पधारेंगी? बहुत कम लोग उनके आने का निश्चित समय जानते हैं.
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सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने वराह पुराण का हवाला देते हुए बताया है कि शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक प्रदोष काल में शिव भ्रमण करते हैं.
फिर शाम करीब 7 बजे से रात 9 बजे के बीच लक्ष्मी और दरिद्रता एकसाथ भ्रमण पर निकलती हैं. इस दौरान मां लक्ष्मी दो लोगों के घर नहीं जाती हैं.
1. पंडित प्रदीप मिश्रा के अनुसार, जिन लोगों के मुख्य द्वार पर हमेशा गंदगी रहती है. मां लक्ष्मी उनके घर कभी प्रवेश नहीं करती हैं.
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ऐसे लोगों को हमेशा मुख्य द्वार पर जल छिड़कना चाहिए. रंगोली बनानी चाहिए. दीपक जलाना चाहिए. सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
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2. इसके अलावा जो लोग सूर्योदय के बाद भी चादर तानकर सोते रहते हैं, उनके यहां भी देवी लक्ष्मी का वास कभी नहीं होता है.
इन दोनों तरह के लोगों के घर लक्ष्मी की जगह दरिद्रता प्रवेश करती है और सारी सुख-संपन्नता को तबाह कर देती है.
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