24 Apr 2025
Aajtak.in
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कलयुग में शनि का प्रभाव सबसे शक्तिशाली माना गया है. शनि सबसे मंद गति से चलने वाला ग्रह है.
यह हर ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं. इसका प्रभाव मानव जीवन के साथ सभी 12 राशियों के ऊपर पड़ता है.
शनि मीन राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में विराजमान हैं. लेकिन, अक्षय तृतीया से पहले 28 अप्रैल को शनि नक्षत्र परिवर्तन करने वाले हैं. इसका प्रभाव 12 राशियों के ऊपर पड़ने वाला है.
जैसे ही शनि का नक्षत्र परिवर्तन होगा, चार राशियों की मुश्किलें बढ़ेंगी. क्योंकि, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र शनि का ही नक्षत्र है. इसमें जाते ही शनि को बल मिलेगा और वो नुकसान देंगे.
इस नक्षत्र गोचर का कर्क राशि पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ने वाला है. कर्क राशि वाले जातकों को बेहद सर्तक रहकर काम करने से जरूरत है. गलतफहमियां बढ़ सकती हैं. किसी बड़े निवेश से बचें. आंख मूदकर भरोसा करने से बचें.
आपको संतान संबंधी समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है. जो लोग पढ़ाई-लिखाई करते हैं या सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे हैं, उनकी एकाग्रता भंग हो सकती है.
परिवार के सदस्यों का ध्यान रखें. अकेलापन महसूस कर सकते हैं. क्रोध पर नियंत्रण रखें अन्यथा कोई कानूनी मामलों में फंस सकते हैं. नौकरी पेशा जातकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
जल्दबाजी न दिखाएं. घर में चोरी चकारी होने की आशंका बन रही है. सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. बच्चों की पढ़ाई लिखाई में कोई ना कोई बाधा बनी रहेगी.