शनि जयंती की रात इन जगहों पर जलाएं दीपक, दहलीज से दूर रहेगी दुख-दरिद्रता

22 May 2025

aajtak.in

हिंदू धर्म में शनि जयंती का विशेष महत्व है. इस साल यह पावन तिथि 27 मई 2025 को पड़ रही है. मान्यता है कि ज्येष्ठ माह की अमावस्या को शनि देव का जन्म हुआ था. 

मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने और दीपक जलाने से शनि दोष से राहत मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

शास्त्रों के अनुसार, शनि जयंती की रात कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. 

ऐसे में आइए जानते हैं कि शनि जयंती की रात को किन जगहों पर दीपक जलाकर आप शनि देव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं.

शनि देव को पीपल का पेड़ अत्यंत प्रिय है. शनि जयंती की रात को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. मान्यता है कि इससे साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव में कमी आती है और शनि कृपा मिलती है.

पीपल के पेड़ के नीचे

इस दिन शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक लगाना बेहद फलदायी माना गया है. शनिदेव की प्रतिमा के सामने दीपक जलाने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं.

शनि मंदिर में दीपक जलाएं

शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक लगाएं. ऐसा करने से न सिर्फ शनि देव प्रसन्न होते हैं बल्कि मां लक्ष्मी का भी आगमन होता है.

घर के मुख्य द्वार पर 

शनिदेव हनुमान जी के परम भक्त हैं. इसलिए शनि जयंती के दिन हनुमान मंदिर में दीपक जलाना भी शुभ माना गया है. साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें, उन्हें सिंदूर अर्पित करें और श्रद्धा से दीपक जलाएं.

हनुमान मंदिर