15 MAR 2025
aajtak.in
वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का बड़ा महत्व है. शनि का गोचर एक राशि में ढाई वर्ष तक रहता है. और शनि की दशा साढ़े सात वर्ष की होती जिसे शनि की साढ़े साती कहते हैं.
दरअसल, शनि 29 गोचर 2025 को कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. जिसका प्रभाव कुछ राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक पड़ेगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मार्च 2025 में शनि मीन राशि में चले जाएंगे. तब मकर राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी.
दूसरी तरफ, मेष राशि वालों में शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी. और मीन राशि में साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा.
वहीं, कुंभ में शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण शुरू होगा. इसके प्रभाव से बचने के लिए इन्हें कुछ खास उपाय करने चाहिए.
जब शनि मीन राशि में गोचर करेंगे तब वृश्चिक राशि वालों की ढैय्या समाप्त हो जाएगी और धनु राशि वालों की ढैय्या शुरू हो जाएगी.
दूसरी तरफ, कर्क वालों शनि ढैय्या समाप्त हो जाएगी और सिंह राशि में शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी.