10 Aug 2025
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ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय के देवता माना गया है. मान्यता है कि नवग्रहों में शनि सबसे अधिक शक्तिशाली ग्रह हैं, जो करीब ढाई साल तक एक राशि में रहते हैं.
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इस समय शनि मीन राशि में वक्री अवस्था में विराजमान हैं. शनिदेव समय-समय पर अपने अंश बल में परिवर्तन करते हैं, जिसका असर 12 राशियों के जीवन पर पड़ता है.
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शनिदेव के परिवर्तन से कई शुभ-अशुभ योगों का निर्माण होता रहता है, जो राशियों के जीवन में सकारत्मक और नकारात्मक प्रभाव डालते हैं.
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दरअसल, शनि देव जन्माष्टमी से पहले 12 अगस्त को अरुण के साथ त्रिएकादश योग का निर्माण कर रहें हैं. ज्योतिष गणना के अनुसार, इस दिन शनि और अरुण एक-दूसरे से 60 डिग्री पर रहेंगे.
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ज्योतिषी के अनुसार, यह योग बेहद शुभ होता है. ऐसे में आइए जानते हैं यह योग किन राशियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
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त्रिएकादश योग कर्क राशि वालों के लिए शुभ रहने वाला है. दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा. आय में वृद्धि हो सकती है. पुराने अटके कार्य पूरे होंगे.
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वृश्चिक राशि वालों के लिए यह योग जीवन में खुशियां लेकर आ रहा है. पारिवारिक शांति बनी रहेगी. धन लाभ संभव है. वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा. करियर में सफलता हासिल हो सकती है.
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यह योग कुंभ राशि वालों के लिए फलदायी साबित हो सकता है. पुराने अटके कार्य गति पकड़ेंगे. नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं. धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी.
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