9 July 2025
aajtak.in
इस बार सावन की शुरुआत 11 जुलाई से होने जा रही है और सावन का समापन 9 अगस्त को रक्षाबंधन के असीम दिन पर होगा.
जब भी हर कोई सावन का नाम सुनता है तो मन में सीधा महादेव की छवि उत्पन्न होती है और उनकी नाम की हर तरफ जय-जयकार होने लगती है.
खास बात यह है कि सावन की शुरुआत कुछ खास संयोगों से होने जा रही है. जिसमें सबसे शुभ योग है शिव वास योग और यह योग इन दिन को बेहद लाभकारी भी बना देता है.
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान शिव के हर दिन पर अलग अलग स्थान परिवर्तन और स्थानों की विशेष पूजा-पद्धति को 'शिव वास' कहा जाता है.
शिववास योग के अलावा इस दिन प्रीति योग और आयुष्मान योग का संयोग भी बनेगा, इन योगों में भी पूजन किया जा सकता है.
पहला सोमवार-14 जुलाई, दूसरा सोमवार- 21 जुलाई, तीसरा सोमवार- 28 जुलाई और चौथा सोमवार- 4 अगस्त
ब्रह्म मुहूर्त- सावन के पहले दिन ये मुहूर्त सुबह 4:10 मिनट से 4:51 मिनट तक रहेगा. इस बीच आप महादेव का जलाभिषेक कर सकते हैं.
इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त में भी जलाभिषेक कर सकते हैं. जिसका समय सुबह 11:59 मिनट से लेकर दोपहर 12:54 मिनट तक का रहेगा.
सावन के पहले दिन क्योंकि महादेव का वास कैलाश होगा इसलिए इस दिन व्रत रखें, उनके नाम का रुद्राभिषेक या जलाभिषेक करें. इसके बाद मंत्रों का जाप और अंत में दान जैसा शुभ कर्म करें