8 July 2025
aajtak.in
हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है. यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है.
माना जाता है कि जो भक्त इस महीने सच्चे मन से महादेव का पूजन करता है, उसकी सभी इच्छाएं जल्द पूरी हो जाती हैं और महादेव का आर्शीवाद प्राप्त होता है.
इस साल श्रावण मास 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक रहेगा.. यह समय शिव भक्तों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है.
शास्त्रों में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिन्हें शिवलिंग पर अर्पित करना वर्जित माना गया है. मान्यता है कि शिवलिंग पर इन चीजों को चढ़ाने से भोलेनाथ रुष्ट हो सकते हैं.
ऐसे में आइए जानते हैं कि सावन में शिवलिंग पर किन चीजों को चढ़ाने से बचना चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर तुलसी का पत्ता चढ़ाना वर्जित माना गया है. ऐसा करने से महादेव रुष्ट हो सकते हैं और घर-परिवार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं.
महादेव को बेलपत्र बेहद प्रिय है, लेकिन ध्यान रहे कि बेलपत्र टूटा, सूखा या खंडित न हो. खंडित बेलपत्र चढ़ाने से पूजा का फल नष्ट हो जाता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त नहीं होती है.
शिवलिंग पर कुमकुम चढ़ाना अशुभ माना गया है. मान्यता है कि ऐसा करने से जातक को दोष का सामना करना पड़ सकता है और पूजा पूरी नहीं मानी जाती है.
पौराणिक कथा के अनुसार, केतकी के फूल ने भगवान शिव से झूठ बोला था, जिसके चलते महादेव ने उसे श्राप दिया था कि उसका उपयोग उनकी पूजा में कभी नहीं होगा. ऐसे में भूलकर भी शिव जी की पूजा में केतकी के फूल का उपयोग न करें.