9 July 2025
Aajtak.in
शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त को 'ईश्वर का समय' कहा गया है. मान्यता है कि ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवता धरती पर उतरते हैं. इसलिए इस घड़ी को बेहद शुभ माना गया है.
ब्रह्म मुहूर्त आमतौर पर सुबह 4 बजे से लेकर साढ़े 5 बजे के बीच होता है. ब्रह्म मुहूर्त के दौरान वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है.
सावन का महीना आने वाला है. और इस पवित्र माह का ब्रह्म मुहूर्त बहुत उत्तम होता है. आइए जानते हैं कि सावन के ब्रह्म मुहूर्त में कौन से दिव्य उपाय करने से लाभ होगा.
1. हमारी हथेलियों के अग्र भाग में मां लक्ष्मी वास होता है, इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में इसे देखना बहुत शुभ माना जाता है.
ऐसा करने से हमारे ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और आर्थिक मोर्चे पर कभी तंगी का सामना नहीं करना पड़ता.
2. ब्रह्म मुहूर्त में जागकर स्नान अवश्य करें. इसके बाद योग मुद्रा में बैठकर अपने ईष्ट देव का ध्यान करें. उनका स्मरण करें.
इसके बाद हाथ में थोड़ा सा गंगाजल लेकर अपनी मनोकामना कहें. आपकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होंगी.
3. ब्रह्म मुहूर्त में गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. गायत्री मंत्र से मन शांत रहता है और महामृत्युंजय मंत्र के जाप से अकाल मृत्यु का संकट टल जाता है.
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। र्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥