16 July 2025
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सावन का महीना शुरू हो चुका है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए बेहद पवित्र और फलदायी माना जाता है.
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इस साल श्रावण मास 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहने वाला है. इस पावन महीने में शिव भक्त व्रत रखते हैं, जलाभिषेक करते हैं और महादेव की आराधना करते हैं.
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मान्यता है कि इस महीने जो जातक श्रद्धा और भक्ति के साथ शिव पूजन करते हैं, उन्हें सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है.
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हालांकि कुछ लोगों को आपने ये कहते सुना होगा कि महिलाओं को कभी शिवलिंग स्पर्श नहीं करना चाहिए. इस बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित शैलेंद्र पांडेय ने स्पष्ट जानकारी दी है.
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पंडित शैलेंद्र पांडेय कहते हैं कि शिवलिंग कोई साधारण प्रतिमा नहीं है, बल्कि यह शिव और शक्ति का निराकार रूप है.
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उन्होंने कहा "यह ब्रह्म का स्वरूप है, जहां शिव और शक्ति दोनों होते हैं. इसलिए इसमें लिंग भेद नहीं होता है." ज्योतिषाचार्य के अनुसार, शिवलिंग की पूजा में पुरुष और महिला का कोई भेद नहीं किया गया है.
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हर महिला श्रद्धा भाव के साथ शिवलिंग की पूजा-अर्चना कर सकती है. साथ ही, उसे स्पर्श भी कर सकती है. उनके अनुसार, यह केवल एक सामाजिक भ्रम है और धार्मिक दृष्टिकोण से इसका कोई आधार नहीं है.
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श्रावण के इस पावन मास में हर भक्त चाहे वो पुरुष हो या महिला पूरे भक्ति भाव के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर सकता है.
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