21 july 2024
By: Aajtak.in
सावन की शुरुआत 22 जुलाई, सोमवार से होने जा रही है और समापन 19 अगस्त को होगा.
सावन में भगवान शिव की पूजा की जाती है और सावन में भगवान शिव की उपासना के साथ उनका रुद्राभिषेक करना भी शुभ होता है.
ज्योतिषियों की मानें तो, सावन में ऐसी कई तिथियां हैं जिनकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना बेहद शुभ कहलाएगा. तो आइए जानते हैं उन तिथियों के बारे में.
शिवपुराण के मुताबिक, सावन के सभी सोमवारों पर भोलेनाथ का रुद्राभिषेक बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. भगवान शिव जातक की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं.
सावन का पूरा मास रुद्राभिषेक के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. लेकिन, सावन या श्रावण मास में सभी सोमवार, सावन की शिवरात्रि और नागपंचमी का दिन रुद्राभिषेक के लिए सबसे अच्छे माने जा रहे हैं.
22 जुलाई- पहला सोमवार, 29 जुलाई- दूसरा सोमवार, 5 अगस्त- तीसरा सोमवार, 12 अगस्त- चौथा सामवार, 19 अगस्त- पांचवा सोमवार. वहीं, सावन की शिवरात्रि 2 अगस्त और नागपंचमी 9 अगस्त को है.
याद रखें कि भगवान शिव का घी, शक्कर मिले दूध, शहद और भस्म से ही रुद्राभिषेक करना चाहिए.
भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से सारी ग्रह बाधाओं और समस्याओं का नाश होता है. सावन में रुद्राभिषेक करने से मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
मंदिर के शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करना काफी उत्तम होता है. इसके अलावा घर में पार्थिव रुद्राभिषेक पर भी अभिषेक कर सकते हैं. साथ ही शिवलिंग के अभाव में अंगूठे को शिवलिंग मानकर उसका अभिषेक कर सकते हैं.