जुलाई में उलटा चलेगा ब्रह्मांड, शनि, बुध और नेपच्यून जैसे बड़े ग्रह बदलेंगे चाल 

14 June 2025

aajtak.in

वैदिक ज्योतिष में कुल 9 ग्रह होते हैं, जिनमें से सूर्य और चंद्रमा कभी वक्री नहीं होते और राहु-केतु हमेशा वक्री रहते हैं. 

इन चार ग्रहों के अलावा बाकी सभी ग्रह समय-समय पर वक्री अवस्था में आते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब कोई ग्रह वक्री होता है तो उसकी ऊर्जा बेहद अधिक हो जाती है. 

वक्री ग्रह शुभ की जगह अशुभ प्रभाव ज्यादा देते हैं. द्रिक पंचांग के अनुसार, जुलाई 2025 में तीन ग्रह बुध, शनि और नेपच्यून वक्री होंगे.

आइए जानते हैं कि इन ग्रहों की वक्री चाल कब से कब तक रहने वाली है.

न्याय के देवता शनि 13 जुलाई 2025 से लेकर 28 नवंबर 2025 तक वक्री रहेंगे. कुल 138 दिनों की इस अवधि में कार्य, प्रेम, स्वास्थ्य, और धन से जुड़े क्षेत्रों में रुकावटें आ सकती हैं.

शनि ग्रह 

बुध ग्रह बुद्धि, वाणी और व्यापार का प्रतीक है. यह ग्रह 18 जुलाई से 11 अगस्त 2025 तक वक्री रहेगा यानी कुल 25 दिनों के लिए ये इस स्थिति में रहेंगे. 

बुध ग्रह

नेपच्यून 5 जुलाई 2025 से लेकर 10 दिसंबर 2025 तक रहेगा यानी 159 दिनों के लिए वक्री रहने वाला है.

नेपच्यून ग्रह

हालांकि नेपच्यून वैदिक ज्योतिष का हिस्सा नहीं है, लेकिन मॉडर्न एस्ट्रोलॉजर्स इसका प्रभाव को महत्वपूर्ण मानते हैं.