10 July 2025
aajtak.in
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जब हम अपने रोजमर्रा के जीवन में छोटे-छोटे बदलाव या घटनाएं देखते हैं, तो कई बार वे सिर्फ संयोग नहीं होते, बल्कि किसी गहरे संकेत का हिस्सा हो सकते हैं. भारतीय परंपरा में ऐसी ही कुछ घटनाओं को अशुभ माना गया है.
हमारे पूर्वजों ने अपने अनुभवों के आधार पर कुछ ऐसे संकेतों की पहचान की थी, जिन्हें अशुभ माना गया. ये संकेत यह बताने का प्रयास करते हैं कि कहीं कुछ अनहोनी होने वाली है, चाहे वह शारीरिक हो, मानसिक हो या पारिवारिक.
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तो आइए ऐसे ही कुछ अशुभ संकेतों के बारे में जानते हैं. ये संकेत हमारी लोक परंपरा, विश्वास और सांस्कृतिक अनुभवों पर आधारित हैं, जिन्हें आधुनिक जीवनशैली में भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है.
यदि शाम के समय कोई कुत्ता पूर्व दिशा की ओर मुख करके रोता है, तो इसे अत्यंत अशुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि यह किसी बड़े संकट या हानि का संकेत हो सकता है.
पुरुष की बायीं आंख फड़कती है या स्त्री की दायीं आंख, तो इसे भी अशुभ संकेत माना जाता है. यह किसी विपरीत परिस्थिति, बाधा, या बुरी खबर के आने का सूचक हो सकता है.
अगर घर में रखे शैय्या आसन (जैसे पलंग या चारपाई), कुर्सी या मेज बिना किसी भारी दबाव या उपयोग के अचानक टूट जाए तो इसे किसी पारिवारिक संकट, स्वास्थ्य समस्या या रिश्तों में दरार का प्रतीक माना जाता है.
यदि आपके गहने, विशेषकर सोने या चांदी के अचानक कहीं खो जाएं, तो यह किसी बड़ी हानि या दुर्घटना का संकेत हो सकता है.
ऐसी घटना को सावधान रहने और मानसिक व भौतिक रूप से तैयार रहने की चेतावनी के रूप में देखा जाता है.