5 Aug 2025
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रक्षाबंधन का पावन त्योहार भाई-बहन के स्नेह, समर्पण और विश्वास का प्रतीक है. राखी का रेशमी धागा बहन की भावनाओं, आशीर्वाद और भाई की रक्षा के संकल्प से बुनी हुई एक मजबूत डोर है.
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इस वर्ष रक्षा बंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा. यह पर्व इतना प्राचीन है कि इसके उल्लेख सतयुग, त्रेतायुग और द्वापरयुग तक में मिलते हैं.
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इस विशेष अवसर पर बहनें अपने भाई की लंबी उम्र, खुशहाली और सफलता की कामना करती हैं, वहीं भाई जीवनभर बहन की रक्षा का वचन देते हैं.
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि राखी बांधते समय यदि दिशा का सही चयन किया जाए तो इसका प्रभाव और भी मंगलकारी हो सकता है.
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वास्तु शास्त्र के अनुसार, राखी बांधते समय भाई को पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बैठाना चाहिए. इससे भाई का भाग्योदय होता है. उसकी सोई तकदीर जाग जाएगी.
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जबकि बहन को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख करके नहीं बैठना चाहिए. यह दिशा अशुभ मानी जाती है. बहनों के लिए यह दिशा ठीक नहीं मानी जाती है.
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हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं लगेगा. ऐसे में सुबह से ही भाई को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त प्रारंभ हो जाएगा. शुभ मुहूर्त सुबह 5.47 बजे से दोपहर 01.24 बजे तक रहेगा
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रक्षाबंधन पर भाई को काले रंग की राखी न बांधें. यह नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है. ज्योतिषीय दृष्टिकोण से राखी का धागा तीन रंगों लाल, पीला और सफेद से बना होना चाहिए.
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