क्या नदियों में सिक्के डालने से सच में होती है मनोकामना पूरी? प्रेमानंद महाराज ने बताया सच

27 APR 2025

ऐसा माना जाता है कि पवित्र नदियों में सिक्के डालने से व्यक्ति की पर मनोकामना पूरी होती है. संत प्रेमानंद महाराज ने इस मान्यता का सच बताया

हाल ही में अपनी सभा में प्रवचन के दैरान प्रेमानंद महाराज ने बताया, 'मान लो गंगा जी हैं यमुना जी हैं, एक रुपए का आटा ले लो और उसको घोर करके गोली बना के नदी में डाल दो. तो उस नदी में जो मछली और कछुए हैं वो उसे खा लेंगे.'

'रुपया नदी में डालने की कौन सी बात है? रुपये से किसी को वस्तु पदार्थ खरीद के दे दो, रुपये गंगा या यमुना जी में डालने की कोई जरूरत नहीं.'

'कोई शास्त्र आज्ञा नहीं देता ऐसा करने की. ये सब मनमानी आचरण है.'

प्रेमानंद महाराज ने आगे बताया, 'एक-एक रुपया अगर तुम्हें दान करना है ना तो तुम एकत्रित कर लो और एक गुल्लक बना लो.'

'एक-एक रुपया जमा कर लो और जब 100 रुपये भर जाएं गुल्लक में तो 100 रुपये का हरा चारा लेकर गाय को डाल दो या 100 रुपये किसी बीमार आदमी के काम में दे दो.'

'100 रुपये का किसी गरीब व्यक्ति को भोजन करवा दो. ऐसे रुपया नदी में फेंकने से क्या फायदा?'

आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'नदी में सिक्का डालने से कोई इच्छा पूरी नहीं होती है बल्कि उस जल में रहे जीवों को नुकसान ही पहुंचता है.'