हम अक्सर देखते हैं कि लोग अपनी कार या बाइक पर भगवान का नाम लिखवाए रहते हैं. वृंदावन में प्रवचन करने वाले बाबा स्वामी प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में बताया है कि गाड़ी में भगवान का नाम लिखवाना चाहिए या नहीं.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि कुछ लोग दोनों हाथों में भगवान का नाम लिखवा लेते हैं. मेंहदी लगवाने जाते हैं तो राधा-राधा लिखवा लेते हैं.
हाथों पर लिखा नाम तुरंत मिटता नहीं है. इन्हीं हाथों से लोग शौच क्रिया करते हैं. यह बहुत बड़ा अपराध है. लोगों को अज्ञानता के कारण यह समझ में नहीं आता है.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि महिलाएं और लड़की भगवान का नाम लिखा हुआ दुपट्टा लेती हैं. उन्हें यह खास ध्यान रखना चाहिए कि उस दुपट्टे को बाथरूम में नहीं धोएं. जब धोना हो तो गंगा या यमुना में धोना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं, 'उसी तरह लोग गाड़ी में भी भगवान का नाम लिखवा लेते हैं. जैसे- श्री हरिवंश और राधा-राधा इत्यादि.
जब गाड़ी को धोते हैं तो भगवान के नाम पर भी पानी जाता है. वह पानी गिरकर पैरों के नीचे आता है. यह बहुत बड़ा अपराध है.
इसी तरह मोटरसाइकिल के पीछे भी भगवान का नाम लिखवा लेते हैं. मोटरसाइकिल पर पैर उठाकर चढ़ते हैं. यह अज्ञानता है. हमें बहुत ही सावधान रहने की जरूरत है.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि यह वही नाम है जो भगवत प्राप्ति की मार्ग खोलता है. हम इस नाम का जितना आदर करेंगे. जितना प्यार करेंगे. हमारे लिए उतना ही बेहतर होगा.