22 APR 2025
प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने भक्त दूर-दूर से आते हैं. प्रेमानंद जी अपने दरबार में उनसे मिलकर उनकी समस्याओं का हल बताते हैं. हाल ही में अपने दरबार में प्रेमानंद जी ने लोगों की कड़वी बातों को नजरअंदाज करने का उपाय बताया.
प्रेमानंद महाराज ने बताया- लौकिक दृष्टि से अगर कोई पागल आदमी हमको ईंट मारे-गाली दे, तो हमें लगेगा कि अरे पागल आदमी है. जैसे भूत लग जाने पर आदमी पागल हो जाता है ना, ठीक वैसा ही ये लोग पंचभूत लगे हुए पागल व्यक्ति के समान हैं.
तो वो पागल आदमी आपको कुछ भी बोल सकता है, कुछ भी कह सकता है, कुछ भी कर सकता है. ऐसे में हम लोगों को उसे क्षमा कर देना चाहिए. उससे क्लेषित ना हो, उनको दंड ना दें, पलट कर उसको गाली ना दें. गाली को सह लें, यही भक्त का स्वभाव है.
सामने वाले ने गाली दिया तो आप मुस्कुरा दीजिए क्योंकि उसके पास यही सामग्री है. यदि उसने इत्र लगाया होगा तो खुशबू देगा और अगर शरीर में बदबू होगी तो बदबू देगा. इसका मतलब उसकी जबान गंदी है, इसलिए वो गंदी जबान दे रहा है लेकिन हम नहीं ले रहे, बस बात खत्म.
अगर पागल आदमी गाली दे तो आपको जलन होगी क्या? अगर कुछ बोलना भी चाहोगे तो अपना ही मन कहेगा कि यार पागल आदमी है वैसे ही बेचारा मर रहा है उसको क्या ही बोलोगे?
तो जो लोग आपको कुछ भला-बुरा कहते हैं तो आप यह मान लीजिए कि वो पागल है. हमको ऐसे लोगों की बातें नहीं सुननी चाहिए.अगर सुनाई भी दे जाए तो पागल है कहकर टाल दें.
प्रेमानंद महाराज ने आगे बताया कि हम सबके अंदर परमत्मा बैठे हुए हैं. वो हमें मजबूत करने के लिए प्रतिकूल परिस्थिति पैदा करके हमें बुलेट प्रूफ बना रहे हैं, ताकि कोई हमें बोली की गोली मारे तो हम टूटे नहीं और ना ही हमारा हृदय दुखित हो