12 Feb 2025
AajTak.In
प्रेमानंद महाराज के दरबार में लोग दूर-दूर से आते हैं और समस्याओं का हल पूछते हैं. हाल ही में एक महिला ने महाराज से बड़ा ही विचित्र सवाल किया.
महिला ने कहा, 'मैं लोगों को पैसा कमाने की गाइडेंस देती हूं. उन्हें धन को लक्ष्य बनाने की सलाह देती हूं. सफलता की कल्पना करो.
'जबकि आप श्री जी को लक्ष्य बनाने की सलाह देते हैं. तो क्या मैं गलत कर रही हूं और मुझे ये कार्य बंद कर देना चाहिए?'
इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा, 'आपके बैंक अकाउंट में अरबों रुपया पड़ा है. जब आपकी मृत्यु आएगी तो क्या चवन्नी लेकर जा सकोगे.'
Getty Images
'इसे आप सफलता कैसे मान सकते हो. मोह माया के चक्कर में पूरा जीवन बर्बाद हो गया. भौतिक, सांसारिक सुखों की प्राप्ति सफलता नहीं होती है.'
Getty Images
प्रेमानंद जी ने कहा 'आपका मन शांत है. हृदय आनंदित है. उसमें अखंड प्रसन्नता है और जन्म-मरण के चक्र से तुम मुक्त हो, इसे वास्तव में सफलता कहत हैं.'
'हालांकि इस कार्य को छोड़ने की गलती भी न करें. बेहतर होगा कि आप रुपया कमाने की प्रक्रिया के साथ नामजप के लिए भी उन्हें प्रेरित करो.'
Getty Images
'ऐसे धन भी मिलेगा और धन की इच्छा कभी तुम्हें फंसा नहीं पाएगी. दूसरा, लोगों को दान-धर्म जैसे कार्यों में कमाई का अंश देने के लिए प्रेरित करें.'
Getty Images
'रोग, बीमारी और असहाय लोगों की मदद करें. उनके लिए खाने की सामग्री या कपड़ों का प्रबंध करें. ये सब करने के लिए प्रेरित भी करते रहें.'