10 May 2025
aajtak.in
अक्सर कहा जाता है कि कोई भी नया कार्य शुरू करने से पहले किसी को नहीं बताना चाहिए, वरना कार्य में बाधा आ सकती है या वह सफल नहीं होता है.
हाल ही में एक महिला श्रद्धालु ने वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज से इस विषय में सवाल पूछा कि क्या सच में किसी नए कार्य के बारे में दूसरों बताने से उसकी सफलता पर असर पड़ता है?
इस पर प्रेमानंद जी महाराज ने अपने संतुलित विचार साझा किए हैं.
प्रेमानंद जी बताते हैं कि "जब हम अपने कार्य को गुप्त रखते हैं, तो उसमें स्थिरता और शक्ति बनी रहती है."
इसलिए बेहतर यही है कि पहले कार्य को करें, सफल बनाएं और उसके बाद समाज तो खुद ब खुद जान ही जाएगा.
उन्होंने कहा कि जब हम कार्य को पहले ही सबको बता देते हैं, और किसी कारणवश वह पूरा नहीं हो पाता, तो लोग हमारा उपहास करने लगते हैं.
प्रेमानंद जी स्पष्ट करते हैं "ऐसा कोई शास्त्र में लिखा हुआ सिद्धांत नहीं है कि बताने से काम बिगड़ जाता है, लेकिन यह एक लौकिक सिद्धांत है."
कार्य को गुप्त रखने का विचार शास्त्र पर आधारित नहीं, लेकिन अनुभव और व्यवहारिकता पर आधारित है.