16 Apr 2025
Aajtak.in
वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने भक्त दूर-दूर से आते हैं. प्रेमानंद जी अपने दरबार में उनसे मिलते हैं और उनकी समस्याओं का हल बताते हैं.
हाल ही में एक शख्स प्रेमानंद जी से मिला और उसने बताया कि वह समलैंगिक है और उसने 150 से ज्यादा पुरुषों के साथ संबंध बनाए हैं.
Representational Image: Meta/AI
शख्स ने आगे बताया कि अब वह बहुत दुखी है और उसे इस समस्या का कोई हल नहीं मिल पा रहा है. ऐस में उसे क्या करना चाहिए.
यह जानने के बाद प्रेमानंद महाराज ने उससे कहा, 'यह आपकी कोई उपज नहीं है और न ही ये चीजें आपको बहुत पसंद हैं.'
'आपके दिमाग में पहले से जमा बैठा यह केवल एक संस्कार है. अगर आप इस संस्कार से लड़कर नहीं जीतते तो समाज में आपकी छवि खराब होगी.'
प्रेमानंद महाराज ने कहा, 'हमें यह शरीर इस संस्कार से जीतने के लिए मिला है. इस संस्कार में मिट जाने के लिए नहीं.'
'यह संस्कार न केवल आपके अंदर, बल्कि लाखों लोगों में है. जरा सोचिए इन सबसे आपको क्या मिला है?' इस पर शख्स ने कहा, 'सिर्फ डर और चिंता.'
इसके बाद प्रेमानंद महाराज ने कहा, 'अगर आप पुरुष संयोग न करें और स्त्री से आपका लगाव ही नहीं है तो आप एक भगवत प्राप्त महापुरुष बन सकते हैं.'