अगर खाना जूठा बच जाए तो क्या करना चाहिए, प्रेमानंद महाराज ने बताया उपाय

29 APR 2025

भोजन हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह हमें कार्य करने की ऊर्जा प्रदान करता है. भोजन को अधूरा छोड़ देना अन्न देवता का अपमान होता है. संत प्रेमानंद महाराज ने बताया कि खाना जूठा बच जाने पर क्या करना चाहिए.

प्रेमानंद महाराज ने बताया, 'खाना जूठा बच जाने पर पशु-पक्षियों के लिए घर के बाहर रख देने में कोई बुराई नहीं है.' 

'वो जीव उस भोजन का अधिकारी है. जूठे खाने को फेंकने या गाड़ने से अच्छा है कि वो खाना किसी जीव के पेट में चला जाएगा.'

प्रेमानंद महाराज ने आगे बताया, 'अपनी थाली या प्लेट में उतना ही भोजन लें जितना आप खा सको.' 

'अगर कभी खाना बच जाता है और उसे कोई पशु-पक्षी खा लेता है तो उसमें कोई दोष नहीं है, उसमें कोई अपराध नहीं है.'

'उचित यही होगा की अपना जूठा खाना किसी को और व्यक्ति को न खिलाएं, ऐसा करना अपराध हो सकता है.' 

'अगर आपको लगता है कि आपने अपनी प्लेट में ज्यादा खाना भर लिया है तो उसे अलग निकालकर रख दें और पशु-पक्षियों को दे दें.'

'यदि आप बचे हुए खाने को घर के बाहर रख देते हैं और कोई पशु-पक्षी उसे खा लेता है, तो उसमें कोई अपराध की बात नहीं है. इससे आपको पुण्य ही प्राप्त होगा.'