18 Aug 2025
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हिंदू पंचांग में पितृ पक्ष का खास महत्व बताया गया है. यह समय पूर्वजों के श्राद्ध, तर्पण और दान-पुण्य के लिए उत्तम माना जाता है.
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इस साल पितृ पक्ष 7 सितंबर 2025 से शुरू होंगे और यह 21 सितंबर तक चलेगा. पितृ पक्ष की शुरूआत पूर्णिमा तिथि से हो रही है.
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लेकिन इस बार पहला ही दिन एक विशेष संयोग लेकर आ रहा है. दरअसल, 7 सितंबर की रात को चंद्र ग्रहण लगेगा, जो भारत में भी दिखाई देगा.
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ज्योतिषी के अनुसार, चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. इस साल चंद्र ग्रहण रात 9:58 मिनट से शुरू होगा. यह ग्रहण लगभग 3 घंटे 28 मिनट तक रहेगा.
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इशलिए इसका सूतक दोपहर 12:58 बजे से मान्य होगा. सूतक काल में पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान वर्जित हैं. इसलिए 7 सितंबर को श्राद्ध और तर्पण का समय दोपहर 12:58 बजे तक ही रहेगा.
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शास्त्रों में पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए तर्पण करना बेहद पुण्यकारी माना गया है. इसके लिए एक लोटे में जल, दूध, तिल, चावल और जौ मिलाएं.
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फिर पितरों की दिशा, यानी दक्षिण दिशा की ओर मुख करें और बाएं घुटने को जमीन पर टिकाएं और दाहिने हाथ के अंगूठे से जल को धीरे-धीरे बहाएं.
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इस दौरान अपने सभी पितरों का स्मरण करें और साथ ही "ॐ पितृ देवतायै नमः" मंत्र का जाप करते रहें.
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