9 Sep 2024
AajTak.In
इस साल पितृपक्ष 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक रहने वाला है. कहते हैं कि पितृपक्ष के दौरान हमारे पूर्वज हमें आशीर्वाद देने धरती पर आते हैं.
पितृपक्ष में नया घर, नई गाड़ी, जमीन, वस्त्र आदि की खरीदारी जैसे कार्यों को वर्जित माना गया है. कहते हैं कि इससे पितृदोष लगता है.
लेकिन इसके अलावा कुछ और भी ऐसी चीजें हैं, जिन्हें पितृपक्ष में खरीदने से बचना चाहिए. इन्हें खरीदने से पितृ नाराज होते हैं और त्रिदोष लगता है.
कहते हैं कि झाड़ू में लक्ष्मी का वास होता है. पितृपक्ष में झाड़ू खरीदने से धन की हानि हो सकती है. इसलिए श्राद्ध में नई झाड़ू नहीं खरीदनी चाहिए.
पितृपक्ष में नमक की खरीदारी से भी बचना चाहिए. कहते हैं कि इसके तीक्ष्ण स्वाद के चलते इसे श्राद्ध में नहीं खरीदना चाहिए.
न्याय देव शनि को सरसों का तेल चढ़ाया जाता है और शनि की दृष्टि बहुत तीक्ष्ण मानी जाती है. इसीलिए पितृपक्ष में सरसों का तेल भी घर लाने से बचना चाहिए.
शास्त्रों के अनुसार, पितृपक्ष में ये तीनों चीजें खरीदने से त्रिदोष लगता है. लेकिन इनका दान करना वर्जित नहीं है. आप बेझिझक इन चीजों का दान कर सकते हैं.
ज्योतिषियों के अनुसार, त्रिदोष जीवन में कई समस्याएं को बढ़ावा देता है. यह आर्थिक, सेहत या करियर के मोर्चे पर आपके बने बनाए काम बिगाड़ता है.