पितृपक्ष में भूलकर भी न खरीदें ये 3 चीजें, जीवन मुश्किलोंं से भर देगा 'त्रिदोष'

पितृपक्ष में भूलकर भी न खरीदें ये 3 चीजें, जीवन मुश्किलोंं से भर देगा 'त्रिदोष'

पितृपक्ष में पितरों का तर्पण व पिंडदान करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है. इस साल पितृपक्ष 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक रहेगा.

शास्त्रों के अनुसार, पितृपक्ष में नया वाहन, मकान, जमीन, वस्त्र आदि की खरीदारी करना वर्जित माना गया है.

इनके अलावा तीन और भी चीजें हैं, जिन्हें पितृपक्ष में नहीं खरीदना चाहिए. ये चीजें खरीदने से त्रिदोष लगता है, जो इंसान की मुश्किलें बढ़ाता है.

सरसों का तेल न्याय देव शनि को चढ़ाया जाता है और वह काफी तीक्ष्ण होता है, इसलिए पितृ पक्ष में इसे खरीदने की भूल न करें.

1. सरसों का तेल

झाड़ू में धन की देवी माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है. कहते हैं कि पितृपक्ष में झाड़ू खरीदने से धन हानि के योग बनते हैं.

2. झाड़ू

शास्त्रों में नमक को भी तीक्ष्ण वस्तु माना गया है. इस वजह से पितृपक्ष में इसकी खरीदारी को वर्जित माना गया है.

3. नमक

29 सितंबर से 14 अक्टूबर के बीच पितृपक्ष में सरसों का तेल, नमक और झाड़ू न खरीदकर आप 'त्रिदोष' से बच सकते हैं.

ज्योतिषियों के अनुसार, त्रिदोष जीवन में कई समस्याएं को बढ़ावा देता है. यह आर्थिक, सेहत या करियर के मोर्चे पर आपके बने बनाए काम बिगाड़ता है.

त्रिदोष क्या है?