24 Mar 2025
aajtak.in
चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचिनी एकादशी कहा जाता है. ये एकादशी पापों से मुक्ति दिलाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है.
एक महीने में दो बार एकादशी पड़ती है, एक कृष्ण पक्ष की और दूसरी शुक्ल पक्ष की होती है.
इस बार पापमोचिनी एकादशी का व्रत 25 मार्च, मंगलवार को रखा जाएगा. इस दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की उपासना की जाती है.
आइए जानते हैं कि पापमोचिनी एकादशी के दिन किन गलतियों से सावधान रहना है.
पापमोचिनी एकादशी के दिन साफ सफाई का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए. उस दिन सबसे पहले पूजा का स्थान स्वच्छ करना चाहिए.
इस एकादशी व्रत के दौरान झूठ नहीं बोलना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
इस दिन अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए. किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए.
पापमोचिनी एकादशी के दिन जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद करनी चाहिए. साथ ही दान जैसा शुभ कार्य भी करना चाहिए.
पापमोचिनी एकादशी के दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए. इस दिन लाल और पीले रंग के वस्त्र पहनकर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए.
पापमोचिनी एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. साथ ही व्रती को भूमि पर सोना चाहिए.
पापमोचिनी एकादशी के दिन तामसिक भोजन और मदिरा के सेवन से भी सावधान रहना चाहिए.