मोहिनी एकादशी इस बार 19 मई यानी कल मनाई जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी मनाई जाती है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान विष्णु ने मोहिनी नामक अप्सरा का रूप लिया था. जिसपर भगवान शिव भी मोहित हो गए थे.
हर एकादशी पर श्रीहरि की उपासना की जाती है और माता लक्ष्मी की उपासना भी की जाती है.
एकादशी के दिन तुलसी की पूजा भी करनी चाहिए क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु को भी प्रिय होती है और तुलसी मां लक्ष्मी का रूप कहलाती हैं.
ज्योतिषियों की मानें तो, मोहिनी एकादशी के दिन तुलसी से जुड़ी गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
माना जाता है कि एकादशी के दिन मां लक्ष्मी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं इसलिए इस दिन तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए.
एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियां को भूल से भी नहीं तोड़ना चाहिए. ऐसा करना अशुभ होता है.
एकादशी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल करने के लिए तुलसी एक दिन ही पहले तोड़कर रख लेनी चाहिए.
एकादशी के दिन महिलाओं को तुलसी की पूजा बाल बांधकर ही करनी चाहिए और ना काले कपड़े पहनने चाहिए.
एकादशी के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए तुलसी के आसपास किसी तरह की गंदगी नहीं रखनी चाहिए.