मां दुर्गा का आठवां स्वरूप महागौरी हैं. मान्यताओं के अनुसार, महागौरी की उपासना से इंसान को हर पाप से मुक्ति मिल जाती है.
आइए जानें देवी के इस स्वरूप का विशेष महत्व.
भगवान शिव की प्राप्ति के लिए इन्होंने कठोर तपस्या की थी, जिससे इनका शरीर काला पड़ गया था.
तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने देवी मां को दर्शन देकर उनका शरीर कांतिमय कर दिया, तभी से इनका नाम महागौरी पड़ा.
महागौरी श्वेत वर्ण की हैं और सफेद रंग में इनका ध्यान करना लाभकारी माना जाता है.
विवाह संबंधी तमाम बाधाओं के निवारण में इनकी पूजा अचूक मानी जाती है.
मध्य रात्रि में महागौरी की पूजा की जाए तो परिणाम ज्यादा शुभ होते हैं. इनकी पूजा पीले कपड़े पहनकर करनी चाहिए.
मां के सामने दीपक जलाकर उन्हें सफेद या पीले फूल चढ़ाएं. इसके बाद आरती करें और नारियल का भोग लगाएं.
माना जाता है कि ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
महागौरी की आराधना से मधुमेह, हार्मोंस और आंखों की समस्या भी दूर होती है.
मान्यताओं के अनुसार, महागौरी की पूजा करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है और सफलता के नए मार्ग प्रश्सत होते हैं.