जया किशोरी ने बताईं महाभारत की ये 3 बातें, सीख लीं तो कभी नहीं होगी हार

13 arp 2025

aajtak.in

भगवान की हर कथा हमें शिक्षा प्रदान करती है, और उनकी प्रत्येक लीला भी हमें महत्वपूर्ण पाठ सिखाती है. 

इसी प्रकार रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथ भी हैं, जो हमें सदाचार और श्रेष्ठ व्यक्ति बनने की शिक्षा देते हैं.

गौर करने वाली बात यह है कि महाभारत की सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा श्रीमद्भगवद्गीता में निहित है, जिसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण उपदेश दिए हैं.

तो आइए, जया किशोरी जी से महाभारत की उन तीन महत्वपूर्ण शिक्षाओं के बारे में जानें, जो व्यक्ति को अपना जीवन प्रेम और सहजता से जीने में सहायता करती हैं.

जिस प्रकार महाभारत में शकुनी मामा की संगति में रहकर कौरवों के मन में पांडवों के प्रति द्वेष उत्पन्न हुआ, उसी तरह हमारे दैनिक जीवन में भी संगति का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है.

अच्छी संगत

इसलिए गलत संगति से दूर रहना आवश्यक है. सदैव अच्छे लोगों से मित्रता करें और सभी के प्रति प्रेमभाव रखें. जीवन में शकुनी जैसी प्रवृत्तियों को अपनाने के बजाय श्रीकृष्ण के मार्गदर्शन को अपनाएं.

महाभारत के युद्ध से पूर्व पांडवों को 13 वर्षों का वनवास भुगतना पड़ा, जिसमें उन्होंने अनेक कठिनाइयों का सामना किया. इन्हीं संघर्षों से मिली सीख ने उन्हें युद्ध में विजय प्राप्त करने में सहायक बनाया. 

कठिनाइयों से सीख लें

इसलिए, जीवन में आने वाली कठिनाइयों का साहसपूर्वक सामना करना चाहिए और उनसे महत्वपूर्ण सीख अवश्य ग्रहण करनी चाहिए. 

महाभारत में धृतराष्ट्र एक अच्छे पिता और योग्य व्यक्ति थे, लेकिन पुत्र मोह के कारण उन्होंने ऐसे निर्णय लिए, जिनके परिणामस्वरूप कौरवों का पूरा वंश समाप्त हो गया. 

जरूरत से ज्यादा भावुक होना है कमजोरी

इसलिए, संवेदनशील होना अच्छा गुण है, लेकिन आवश्यकता से अधिक भावुकता कमजोरी बन सकती है, जिसका कोई भी अनुचित लाभ उठा सकता है.