18 July 2025
aajtak.in
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटूश्याम मंदिर में रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
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हाल ही में यहां आए एक भक्त ने अपनी अनोखी श्रद्धा और उद्देश्य से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया.
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उत्तराखंड के रुद्रपुर निवासी केशव कुमार, 12 लोहे की जंजीरों में बंधकर रींगस से 17 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर बाबा श्याम के दरबार पहुंचे.
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केशव की इस कठिन यात्रा के पीछे एक आध्यात्मिक और सामाजिक संदेश छिपा था. उसने बाबा श्याम से अरदास लगाई कि "देशभर में मांसाहार पूरी तरह बंद हो जाए."
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केशव ने बताया कि कुछ समय पहले वह कन्हैया मित्तल के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था और वहीं रास्ते में उसने खुलेआम मांस कटता और बटता देखा. यह देखकर वह अंदर से बेहद आहत हो गया.
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इन्हीं चीजों को ध्यान में रखते हुए उसने यह संकल्प लिया कि वह इस अहिंसा विरोधी कार्य के खिलाफ श्याम बाबा से प्रार्थना करेगा. इसलिए उसने शरीर को लोहे की जंजीरों से बांधा और कूदते हुए यह कठिन यात्रा पूरी की.
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इस यात्रा के दौरान उसके पैरों में छाले और सूजन भी हो गई थी, लेकिन केशव का कहना है कि बाबा के आर्शीवाद से उसे कोई पीड़ा महसूस नहीं हुई.
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अंत में खाटूधाम पहुंचकर उसने बाबा श्याम से प्रार्थना करने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार से भी पूरे देश में मांसाहार पर रोक लगाने की मांग की.
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केशव का कहना है कि भारत एक धार्मिक देश है, जहां अहिंसा परमो धर्म: की परंपरा सदियों से चली आ रही है. ऐसे में जानवरों को मारना और मांस खाना हमारी परंपरा और इंसानियत के खिलाफ है.
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उसका कहना है "जब तक भारत मांसाहार मुक्त नहीं होता है, तब तक उसका यह अभियान जारी रहेगा."
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