16 दिसंबर 2022 को ग्रहों के राजा सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसी दिन से खरमास प्रारंभ हो जाएगा.
हिंदू धर्म के अनुसार, सूर्य जब धनु या मीन राशि में रहते हैं, तो इस अवधि को मलमास या खरमास कहा जाता है.
खरमास में शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. इस अवधि में शादी, विवाह और मुंडन जैसे कार्य नहीं किए जाते हैं.
1. खरमास में विवाह जैसे मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. इसमें विवाह करने से भावनात्मक व शारीरिक सुख नहीं मिलता है.
2. इस समय मकान का निर्माण या संपत्ति की खरीदारी वर्जित होती है. इस दौरान बनाए गए मकान कमजोर होते हैं.
3. खरमास में नया कार्य या व्यापार शुरू न करें. इससे व्यापार में शुभ फलों के प्राप्त होने की संभावना बहुत कम हो जाती है.
4. इस दौरान द्विरागमन, कर्णवेध और मुंडन जैसे कार्य भी वर्जित होते हैं. इसमें किए गए शुभ कार्य संपन्नता पर असर डालते हैं.
5. खरमास में धार्मिक अनुष्ठानों से परहेज करें. आप केवल दैनिक जीवन में किए जाने वाले अनुष्ठान कर सकते हैं.