हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का अपना अलग ही महत्व है. पूर्णिमा के दिन श्रीहरि, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की उपासना की जाती है.
22 जून यानी आज ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत रखा जा रहा है. ज्येष्ठ पूर्णिमा को वट सावित्री पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर आज शनि का संयोग बन रहा है. साथ ही शुक्ल और ब्रह्म योग का संयोग भी है. जिसके कारण आज की पूर्णिमा तिथि बहुत ही खास मानी जा रही है.
साथ ही ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शनि कुंभ राशि में रहकर शश राजयोग का निर्माण करेंगे और 29 जून को शनि कुंभ में वक्री चाल चलेंगे, जो कि महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शनि का प्रभाव बहुत ही खास माना जा रहा है. तो आइए जानते हैं कि शनि ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शश राजयोग बनाकर किन राशियों पर साढ़ेसाती का प्रभाव कम करेंगे.
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शनि का संयोग मिथुन वालों के लिए बहुत ही खास माना जा रहा है. अगले कुछ दिन तरक्की के योग बन रहे हैं. साथ ही शनि की कृपा से साढ़ेसाती का प्रभाव भी कम होगा.
मिथुन वालों को बिजनेस में ऊंचाइयां प्राप्त होंगी. नए लोगों से मुलाकात होगी.
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शनि के संयोग से मकर वालों को भाग्य का साथ प्राप्त होगा. बड़ी खुशखबरी प्राप्त हो सकती है. आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. सहकर्मियों का साथ प्राप्त हो सकता है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शनि के संयोग से कुंभ वालों को सभी कार्यों में सफलता मिलेगी. मेहनत का अच्छा फल प्राप्त होगा. नौकरी में नए मौके प्राप्त होंगे. कुंभ वालों के जीवन में खुशियों का संचार होगा.