'मेरा मन शादी का नहीं, लेकिन बुढ़ापे में कौन सेवा करेगा', प्रेमानंद महाराज ने दिया महिला को ये जवाब

20 May 2025

aajtak.in

वृंदावन-मथुरा के जाने माने प्रेमानंद महाराज के पास हर कोई अपनी जीवन से जुड़ी समस्या लेकर पहुंचता है. जिसका वह हल भी निकाल देते हैं.

वहीं, एक महिला भी प्रेमानंद महाराज के पास अपनी समस्या लेकर पहुंची और उसने महाराज जी से कहा कि, 'मेरा मन विवाह करने का नहीं है और न कोई रुचि है. लेकिन, कभी कभी चिंता होती है कि बुढ़ापे में कौन संभालेगा और कौन देखेगा.'

इस पर प्रेमानंद महाराज ने उत्तर देते हुए कहा कि, 'हमें ये बिल्कुल नहीं सोचना चाहिए कि बुढ़ापे में मेरी सेवा कौन करेगा.'

'यह सोचना एकदम गलत है. जिसके लिए हम अपना आज जी रहे हैं और जिसके लिए हम अपनी जवानी जी रहे हैं. वहीं, बुढ़ापे में भी हमारी सेवा करेगा.'

आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'मान लो जबरदस्ती विवाह हो भी गया और आगे चलकर पति की मृत्यु हो गई तो क्या करोगे.'

'अगर आपने प्रभु के चरणों का भरोसा कर लिया है तो फिर ये प्रश्न नहीं करना चाहिए कि मेरी वृद्धावस्था में कौन सेवा करेगा.'

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'इसलिए अभी से बुढ़ापे के बारे में सोचना नहीं चाहिए. भविष्य में जो भी होगा वह सब प्रभु पर छोड़े दें. और राधा राधा जाप करें.'

'हमने अगर ये जीवन भगवान को सौंपा हैं तो भगवान ही कल्याण भी करेंगे.'