3 June 2025
aajtak.in
प्रेमानंद महाराज के अनमोल प्रवचनों को सुनने लोग दूर दूर से आते हैं और उनके इन विचारों से लोगों की जिंदगी में बदलाव आ जाता है.
इस पर प्रेमानंद महाराज उत्तर देते हैं कि, 'अगर सड़क पर आपको कोई दुर्घटना होते हुए दिख जाे तो उस पीड़ित व्यक्ति की मदद करो और उसको अस्पताल लेकर जाओ.'
'उस पीड़ित व्यक्ति की मदद में जितना खर्चा लगे करो या कोई भूखा है तो उसे भोजन करा दो या किसो को ठंड लग रही है तो उसको वस्त्र दान करो.'
'अपनी कमाई का हिस्सा धार्मिक कार्यों के लिए अलग से निकालने की जरूरत नहीं है. बल्कि, जहां जरूरत दिखें, वहां मदद जरूर करें.'
आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, ' अगर करोड़ों में पैसा आ रहा है तो गरीबों के लिए धर्मार्थ मिशन खोलो.'
'लेकिन गृहस्थ जीवन में जितना आ रहा है उससे परिवार का पोषण करो, भगवान की सेवा में लगाओ, अतिथि की सेवा में लगाओ,, भूखे की सेवा करो, बीमार साधु-संत की सेवा में लगाओ.'
'उसमें ये नहीं देखना है कि धन खत्म होने पर हम कैसे खर्चा करें. बल्कि, ये सोचो कि अगर आज हम इस बीमार आदमी की सेवा करेंगे तो पुण्य मिलेगा.'
आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, ' ऐसा सोचो कि जो भी हमारे पास है वो सब कुछ भगवान का है. हम दान देने लायक नहीं बल्कि सेवा करने लायक हैं.'