हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नववर्ष विक्रम संवत की शुरुआत होती है.
इस साल हिंदू नववर्ष 'विक्रम संवत 2081' की शुरुआत 9 अप्रैल, मंगलवार से होने जा रही है.
मान्यतानुसार, इसी दिन ब्रह्मदेवता ने पूरी सृष्टि की स्थापना की थी. इसलिए, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरू होता है.
ज्योतिषियों की मानें तो, विक्रम संवत 2081 के राजा मंगल होंगे और मंत्री शनि होंगे. जिनका प्रभाव पूरी तरह से देश दुनिया पर भी पड़ेगा.
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होने जा रहे विक्रम संवत के राजा होंगे मंगल और मंत्री होंगे शनि. ज्योतिष में मंगल और शनि शक्तिशाली ग्रह हैं. राजा और मंत्री के गुण न केवल जातकों को बल्कि देश के भाग्य को भी प्रभावित करते हैं.
ज्योतिषियों का मानना है कि इस साल देश दुनिया में काफी उथल पुथल देखने को मिल सकता है. भारत की अर्थव्यवस्था पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा.
साथ ही प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि होगी. कई तूफानों, भूकंपों और बाढ़ से जान-माल की हानि हो सकती है. राजनीतिक दलों के बीच दुश्मनी बढ़ने की आशंका है.
हिंदू नववर्ष में कई सारे योग बनने जा रहे हैं. इस नए साल में सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग, रेवती और अश्विनी नक्षत्र का संयोग बनने जा रहा है.
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 32 मिनट से अगले दिन 10 अप्रैल की सुबह 05 बजकर 06 मिनट तक रहेगा.