10 Apr 2025
Aajtak.in
चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हर साल देशभर में श्रद्धा और भक्ति से हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है. हिंदू धर्म में भगवान हनुमान जी की पूजा को अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली माना गया है.
इस वर्ष यह पावन पर्व 12 अप्रैल 2025, शनिवार को पड़ रहा है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है. शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव का होना एक विशेष योग माना जा रहा है.
57 वर्षों के बाद एक विशेष ज्योतिषीय संयोग (पंचग्रही योग) बन रहा है और इसी शुभ संयोग में हनुमान जयंती मनाई जाएगी. इससे पहले 1968 में ऐसा योग बना था.
इस बार हस्त नक्षत्र में मीन राशि में पंचग्रही योग बन रहा है. सूर्य, शनि, राहु की त्रियुति और शुक्र-बुध का संयोग धार्मिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए शुभ माना जा रहा है.
इस वर्ष हनुमान जन्मोत्सव का पर्व शनिवार को पड़ रहा है, जो स्वयं में एक शुभ संयोग है. शनि ग्रह की शांति और कर्ज से मुक्ति के लिए यह दिन अत्यंत प्रभावशाली माना गया है.
मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा करने से शनि के अशुभ प्रभाव शांत होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.
हनुमान जयंती पर व्यक्ति हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार की कोशिश करता है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद लाल या पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए और भगवान हनुमान का पूजन करना चाहिए.
दोपहर 11:30 बजे से 12:30 बजे के बीच हनुमान जी को लड्डू और तुलसी का भोग लगाएं, क्योंकि ऐसा करने से जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं और हनुमान जी की अपार कृपा बरसती है.
हनुमान जी की कृपा के लिए पहले श्रीराम का ध्यान करें, "श्री रामचंद्र कृपालु भज मन" मंत्र व "राम राम" नाम जपें, फिर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ कर मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें
शास्त्रों में कहा गया है, "जो शत बार पाठ कर जोई, छूटहि बंदि महा सुख होई." यानी जो व्यक्ति 100 बार पाठ करता है, वह सभी प्रकार के बंधनों से मुक्त हो जाता है.