हनुमान जयंती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है. इस साल हनुमान जयंती का पर्व 23 अप्रैल यानी कल मनाया जाएगा.
यह दिन महावीर बजरंगबली को समर्पित है. कहते हैं कि हनुमान जयंती के दिन कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए.
हनुमान जयंती के दिन मांस-मदिरा के सेवन से बचना चाहिए. इस दिन लहसुन, प्याज या तामसिक भोजन के सेवन से भी परहेज करें.
हनुमान जयंती के दिन स्त्रियों को छूने या स्पर्श करने से बचना चाहिए. इस दिन ब्रह्मचर्या का बड़ी सख्ती से पालन किया जाता है. हनुमान स्वयं स्त्रियों के स्पर्श से बचते थे.
बहुत कम लोग ये बात जानते होंगे कि हनुमान जी की पूजा में कभी चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है. हनुमान जयंती पर बजरंगबली को चरणामृत से स्नान न कराएं.
बजरंगबली की पूजा करते समय भूलकर भी काले या सफेद रंग के वस्त्र धारण न करें. हनुमान जयंती पर लाल वस्त्र पहनकर महावीर हनुमान की पूजा करें.
हनुमान जयंती पर पूजा के लिए बजरंगबली की टूटी या खंडित प्रतिमा का प्रयोग न करें. यदि घर के मंदिर में ऐसी कोई प्रतिमा है तो उसे फौरन हटा दें.
हनुमान जयंती के दिन आपको नमक के सेवन से परहेज करना चाहिए. साथ ही, आपको उन चीजों से भी परहेज करना चाहिए, जो इस दिन आपने दान में दी हों.