10 या 11 जुलाई, कब है गुरु पूर्णिमा? यहां से दूर करें तिथि का कंफ्यूजन

7 July 2025

aajtak.in

हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है. इस बार गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई, गुरुवार को मनाई जाएगी.

गुरु पूर्णिमा भारतीय संस्कृति में एक अत्यंत पावन पर्व माना गया है. यह दिन गुरु और शिष्य के रिश्ते की पवित्रता और उसके महत्व का प्रतीक माना जाता है.

यह केवल पारंपरिक गुरु-शिष्य संबंध तक सीमित नहीं है, बल्कि आज के समय में माता-पिता, अध्यापक, आध्यात्मिक गुरु, का इस दिन विशेष सम्मान दिया जाता है. 

साथ ही, आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को महर्षि वेद-व्यास का जन्म भी हुआ था और इसी वजह से इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है.

इस बार गुरु पूर्णिमा की तिथि 10 जुलाई को अर्धरात्रि में 1 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 11 जुलाई को अर्धरात्रि 2 बजकर 6 मिनट पर होगा. 

गुरु पूर्णिमा शुभ मुहूर्त

इस बार पूर्णिमा तिथि बहुत ही खास रहने वाली है क्योंकि इस दिन इंद्र योग और वैधृति योग का निर्माण होगा. साथ ही, इस दिन भद्र का साया भी रहेगा परंतु भद्रा के पाताल लोक में रहने के कारण कोई असर नहीं पड़ेगा.

गुरु पूर्णिमा शुभ योग

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और पवित्र स्नान करें. फिर घर के मंदिर को साफ करें. फिर एक वेदी पर अपने गुरु की प्रतिमा स्थापित करें. 

गुरु पूर्णिमा पूजन विधि

फिर, गुरु के समक्ष घी का दीपक जलाएं और उन्हें सफेद चंदन, अक्षत, फूल, जनेऊ, फल, मिठाई आदि चीजें चढ़ाएं. अंत में गुरु की आरती करें और उनका आशीर्वाद लें.

गुरु का संबंध बृहस्पति देव से होता है. ऐसे में गुरु पूर्णिमा के दिन पीले वस्त्र पहनकर पूजा करने से आपका भाग्य तेज होगा और आर्थिक कार्यों में सफलता मिलेगी. 

गुरु पूर्णिमा उपाय