1 July 2025
aajtak.in
आषाढ़ मास की देवशयनी एकादशी का व्रत 6 जुलाई 2025, रविवार को रखा जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ महीने की एकादशी तिथि के दिन देवशयनी एकादशी का व्रत किया जाता है.
देवशयनी एकादशी के अन्य नाम भी है जैसे पद्मा एकादशी, आषाढ़ी एकादशी और हरिशयनी एकादशी. प्रत्येक एकादशी के दिन श्रीहरि और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है.
साथ ही, एकादशी के दिन तुलसी की उपासना भी करनी चाहिए. माना जाता है कि तुलसी मां लक्ष्मी का ही रूप हैं और साथ ही तुलसी विष्णु जी को अतिप्रिय है.
तो आइए जानते हैं कि देवशयनी एकादशी के दिन कौन सी तुलसी की गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
एकादशी के दिन माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के लिए निर्जल व्रत रखती हैं, इसलिए इस दिन तुलसी को जल अर्पित नहीं करना चाहिए.
एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियों को तोड़ना वर्जित माना जाता है, क्योंकि ऐसा करना अशुभ फलदायी हो सकता है.
एकादशी की पूजा में तुलसी का उपयोग करने के लिए, एक दिन पहले ही तुलसी की पत्तियां तोड़कर रख लेनी चाहिए.
एकादशी के दिन महिलाओं को तुलसी की पूजा करते समय बाल बांधकर रखना चाहिए और काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए.