3 july 2025
aajtak.in
देवशयनी एकादशी आने वाली है. इस बार देवशयनी एकादशी 6 जुलाई, रविवार को मनाई जाएगी.
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाता है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, देवशयनी एकादशी से श्रीहरि 4 महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं और उसी दिन से चातुर्मास की शुरुआत हो जाती है.
इस साल देवशयनी एकादशी की तिथि 5 जुलाई को शाम 6:58 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 6 जुलाई को शाम 9:14 मिनट पर होगा. साथ ही, इस व्रत का पारण 7 जुलाई को सुबह 5:29 मिनट से लेकर सुबह 8:16 मिनट तक रहेगा.
ज्योतिषियों के अनुसार, देवशयनी एकादशी पर बहुत ही सारे शुभ योग और संयोगों का निर्माण होने जा रहा है. जिसके कारण ये व्रत ओर भी ज्यादा लाभकारी और फलदायी पूर्ण हो जाएगा.
इस बार देवशयनी एकादशी पर विशाखा नक्षत्र, साध्य योग, त्रिपुष्कर योग और रवि योग का संयोग बन रहा है. इस दिन त्रिपुष्कर योग रात 9:14 मिनट से लेकर 10:42 मिनट तक रहेगा.
साथ ही, रवि योग सुबह 5 बजकर 56 मिनट से लेकर रात 10 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. इसी बीच आप पूरे दिन किसी भी मुहूर्त में श्रीहरि की उपासना कर सकते हैं.
इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 58 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा. यह मुहूर्त भी पूजन के लिए काफी उत्तम माना जाता है.
इस एकादशी पर रात को विशेष विधि-विधान से श्रीहरि की पूजा करें और उन्हें पीली वस्तुएं अर्पित करें. इसके बाद उनके मंत्रों का जाप करें और आरती उतारें.