30 June 2025
aajtak.in
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, समय समय पर ग्रह और नक्षत्र अपनी पॉजिशन में बदलाव करते रहते हैं. वहीं, देवगुरु बृहस्पति भी सभी ग्रहों में बहुत ही खास माना जाता है.
वहीं, देवगुरु बृहस्पति का चाल बदलने का प्रभाव भी लोगों के जीवन पर पड़ता है. दरअसल, गुरु 9 जुलाई को मिथुन राशि में उदय होने जा रहे हैं.
वैसे तो, गुरु बहुत ही शुभ ग्रह माना जाता है. लेकिन जिसकी कुंडली में गुरु मजबूत नहीं होते हैं उसको अशुभ परिणाम भी प्राप्त होते हैं.
चलिए जानते हैं कि गुरु के मिथुन राशि में उदित होने से किन राशियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
गुरु कर्क राशि के छठे भाव के राजा हैं और ये कर्क राशि के बारहवें भाव में उदय होंगे. खर्चे बढ़ने की संभावना है, जिससे सेविंग्स समाप्त हो जाएंगी. पीठ पीछे बुराई का सामना करना पड़ सकता है.
गुरु कन्या के चौथे भाव के राजा हैं और ये सातवें घर में उदय हो रहे हैं. सुख-समृद्धि में कमी आ सकती है. बिजनेस में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है जिससे लाभ में भी कमी आएगी.
गुरु वृश्चिक के दूसरे भाव के स्वामी हैं और ये पांचवें घर में उदय होंगे. गुरु की ये स्थिति बहुत ही अशुभ मानी जा रही है. काम में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ेगा. सरकारी कार्यों में कठिनाइयां आ सकती हैं.
गुरु मकर के तीसरे भाव के स्वामी हैं. सेहत को लेकर सावधान रहना होगा. आत्मविश्वास में कमी आ सकती है. निवेश में नुकसान का सामना करना पड़ेगा. मेहनत तो करेंगे लेकिन फायदा नहीं होगा.