'क्या हिंदू होना...', पहलगाम आतंकी हमले पर देवी चित्रलेखा ने कही ये बात

24 APR 2025

पहलगाम के आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. देश के कोने-कोने में इस घटना को लेकर आक्रोश है. इस हमले में आतंकवादियों ने 28 लोगों को बेरहमी से मार डाला.

मृतक लोगों में ज्यादातर पर्यटक ही थे. सोशल मीडिया पर भी इस हैवानियत का पुरजोर विरोध किया जा रहा है.

इसी कड़ी में मशहूर कथावाचक देवी चित्रलेखा ने भी पहलगाम मे हुई आतंकी घटना पर आपत्ति, दुख और गुस्सा जाहिर किया है.

अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो जारी कर चित्रलेखा ने कहा, 'ये कैसी आजादी है, कि अपने ही देश में अपने धर्म को छुपाकर जीना पड़े. कभी-कभी मन करता है चुप रहूं, लेकिन अब चुप रहना भी पाप लगता है.'

'पहलगाम में जो हुआ, ये बस एक आतंकवादी हमला नहीं बल्की हमारी आत्मा पर किया गया वार है. कुछ मासूम लोगों से बस उनका धर्म पूछा गया और फिर उन्हें मार दिया गया.'

'क्या माथे पर तिलक, गले की माला और हमारा धर्म ही हमारी मौत की सजा बन सकता है? क्या हमें ऐसा भारत चाहिए जहां हम अपने धर्म को खुलकर जी भी ना सकें.'

'हमें ऐसा राष्ट्र चाहिए जहां हम अपने धर्म को खुलकर व्यक्त कर सकें. जहां कोई डर न हो. कोई चिंता ना हो. क्या इस देश में हमें हिंदू होने की कीमत चुकानी पड़ रही है? आज हर एक देशवासी के ह्रदय में बहुत दुख है.'

'भगवान श्री राधे गोविंद के चरणों में यही प्रार्थना है, सभी दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में वास दें और इसके प्रति सरकार के द्वारा ठोस से ठोस कदम लिया जाए ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो.'