10 May 2025
aajtak.in
अधिकतर लोग चाहते हैं कि उनका जीवन लंबा और रोगमुक्त हो. इसके लिए वे कई प्रकार के प्रयास भी करते हैं.
हालांकि, आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली और अव्यवस्थित दिनचर्या के चलते सेहतमंद रहना आसान नहीं है.
वर्षों पूर्व आचार्य चाणक्य ने एक ऐसी अमूल्य सीख दी थी, जिसे अगर आज भी अपनाया जाए तो यह लंबा और स्वस्थ जीवन पाने में सहायक हो सकती है.
चाणक्य नीति के अनुसार, जो व्यक्ति हमेशा भूख से थोड़ा कम भोजन करता है, वह लंबे समय तक स्वस्थ और निरोगी रहता है.
चाणक्य कहते हैं कि भूख से कम खाने वाला व्यक्ति रोगों से दूर रहता है. उसका पाचन तंत्र बेहतर काम करता है, जिससे शरीर में बीमारियां पनपने का खतरा कम हो जाता है और आयु भी स्वतः बढ़ जाती है.
इसके विपरीत, जो लोग आवश्यकता से अधिक भोजन करते हैं, वे हमेशा किसी न किसी रोग से घिरे रहते हैं. बार-बार बीमार पड़ते हैं और शरीर कमजोर होता चला जाता है.
चाणक्य का यह भी मानना था कि भोजन तभी करना चाहिए जब पिछला भोजन पूरी तरह पच चुका हो. इस नियम का पालन करने वाला व्यक्ति अधिकतर रोगों से बचा रहता है और उसका शरीर दीर्घायु बनता है.
यदि आप भी लंबा और निरोगी जीवन चाहते हैं तो आचार्य चाणक्य की इस सरल लेकिन प्रभावी नीति को अपने जीवन में जरूर अपनाएं.