17 Mar 2025
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य के अनुसार, कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें करने के बाद स्नान कर लेना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो आदमी इन कार्यों को करता है वह अशुद्ध हो जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, आदमी अगर शरीर पर तेल से मालिश करवाता है तो उसे मालिश के बाद नहा लेना चाहिए.
आज के संदर्भ में भी देखें तो तेल की मालिश से शरीर चिपका-चिपका हो जाता है. इसलिए स्नान जरूरी है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि नाई से बाल कटवाने के बाद भी इंसान को जरूर स्नान करना चाहिए.
बाल कटवाते समय छोटे-छोटे बाल शरीर से चिपके हुए बालों को हटाने के लिए नहाना जरूरी है. वरना आदमी परेशान रहता है.
चिपके हुए बाल एक तो चुभते हैं दूसरा बाल कटवाने के बाद शरीर अशुद्ध माना जाता है. इसलिए स्नान जरूरी है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, आदमी को श्मशान में चिता के धुएं के स्पर्श के बाद भी जरूर नहा लेना चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, श्मशान में जब आदमी को चिता का धुआं लगता है तो वह अशुद्ध हो जाता है.