By Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कई ऐसी बातों का उल्लेख किया है, जिन्हें अपनाकर हर इंसान फायदे में रह सकता है.
चाणक्य ने बताया है कि हमें किन जगहों पर कंजूसी नहीं करनी चाहिए. और कहां दिल खोलकर पैसा खर्च करने से लाभ मिलता है.
हमें अपने सामर्थ्य के अनुसार, जहां तक संभव हो सके बीमार लोगों की मदद करनी चाहिए. इससे एक इंसान को स्वस्थ जीवन मिलेगा.
ऐसे लोगों से ईश्वर हमेशा प्रसन्न रहते हैं. ऐसे मामलों में अक्सर लोग मदद न करके पछताते हैं. इस मामले में कभी कंजूसी न करें.
हमें हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए. इससे बड़ा पुण्य मिलता है. उनकी दुआएं हमेशा असर करती हैं.
गरीबों के बच्चों की शिक्षा या पालन, पोषण के लिए आर्थिक सहायता दे सकते हैं. आर्थिक मदद देने में कभी संकोच न करें.
हमें अपनी आय का एक हिस्सा सामाजिक विकास कार्यों में लगाना चाहिए. ये छोटी सी मदद घूम-फिरकर आपको ही बड़ा लाभ देगी.
आप अस्पताल या स्कूल आदि में अपनी क्षमता के अनुसार फंड दे सकते हैं. इससे आपका मान-सम्मान भी बढ़ता है.
धार्मिक स्थलों पर दान देने से कभी पीछे न रहें. मंदिर या किसी पवित्र स्थल को दान देने से हमें बहुत पुण्य मिलता है.
इस दान से हम न सिर्फ वहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलने में मदद करते हैं, बल्कि सैकड़ों भूखे लोगों का पेट भी भरते