1 July 2025
aajtak.in
आचार्य चाणक्य भारत के महान विचारकों में से एक थे. उन्होंने अपने नीति शास्त्र में जीवन को सफल बनाने के कई उपाय बताए हैं.
मान्यता है कि जो जातक चाणक्य की नीतियों का पालन करता है, उसे जीवन की परेशानियों से छुटकारा मिलता है और सुख-शांति का आगमन होता है.
चाणक्य ने अपनी नीति में एक ऐसी खास चीज के बारे में बताया है जो मृत्यु के बाद भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, मनुष्य अपने जीवन में जैसे भी कर्म करता है, उसके ये कर्म हमेशा उसके साथ ही रहते हैं. शरीर भले ही नश्वर हो, लेकिन कर्म अमर रहते हैं.
चाणक्य के अनुसार, कर्म कभी पीछा नहीं छोड़ते. उनके मुताबिक व्यक्ति के कर्म ही तय करते हैं कि उसे स्वर्ग मिलेगा या नर्क.
माना जाता है कि अच्छे कर्म करने वालों की समाज में सराहना होती है और मृत्यु के बाद भी उनका मान-सम्मान बना रहता है.
वहीं, बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति का नाम जिंदा रहते हुए और मृत्यु के बाद निंदा व तिरस्कार से जोड़ा जाता है.
चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को जीवन में सदैव अच्छे कर्म करने चाहिए. कर्म से ही मनुष्य की पहचान होती है, जो मृत्यु के बाद भी उसके साथ चलते हैं.