17 Oct 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कहा है कि व्यक्ति को जीवन में दो चीजों से कभी नहीं घबराना चाहिए.
चाणक्य कहते हैं कि परिवर्तन जीवन की एक प्रक्रिया है जिससे कभी नहीं घबराना चाहिए.
अगर कोई व्यक्ति परिवर्तन से घबराता है तो वह कभी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाता है.
चाणक्य के अनुसार, बदलाव हमारे जीवन में नए अवसर और अनुभव लाता है, इसलिए सकारात्मक रूप से इसे स्वीकार करना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को कभी जीवन में संघर्ष से नहीं घबराना चाहिए.
जो इंसान संघर्ष करता है, वह अंदर से मजबूत हो जाता है. संघर्ष से घबराने वाला इंसान कभी आगे नहीं बढ़ पाता है.
संघर्ष से इंसान अपनी क्षमताओं को पहचानता है और उन्हें विकसित करने में यह काफी मददगार भी होता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इन दोनों चीजों से डरने या कतराने वाला कभी सफल नहीं हो पाता है.
इसी वजह से जीवन में इंसान को परिवर्तन और संघर्ष को सकारात्मक रूप से स्वीकार करना चाहिए.