04 Sep 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में घर के मुखिया की तीन ऐसी गलतियों का वर्णन किया है जो घर की खुशहाली खत्म कर देती हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर घर के मुखिया से ऐसी गलतियां हो रही हैं तो वहां ज्यादा समय तक बरकत नहीं रहती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर घर का मुखिया दूसरे लोगों के लिए कोई नियम बनाता है तो खुद भी उन पर अमल करना चाहिए.
कई बार घर के बड़े नियम तो बना देते हैं लेकिन उन्हें कभी खुद पर लागू नहीं करते हैं, जिसका गलत प्रभाव अन्य परिवार के लोगों पर पड़ता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, घर के मुखिया को कभी अन्न की बर्बादी भी नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना गलत होता है.
अगर किसी घर में मुखिया ही अन्न की बर्बादी करता है तो इसका नकारात्मक प्रभाव घर की बरकत पर देखने को मिल जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी घर के मुखिया को हमेशा परिवार की जरूरतों को देखते हुए भी धन खर्च करना चाहिए.
अगर घर का मुखिया ही व्यर्थ में पैसा खर्च करेगा तो उस घर में हमेशा आर्थिक तंगी बनी रहती है.
घर के मुखिया को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि घर पर जो बच्चे हैं उनके अच्छे भविष्य के लिए धन की बचत की जानी चाहिए.